शेयर मार्केट में काम की शुरुवात करने से पहले STOP LOSS क्या होता हैं और ट्रेडिंग करते समय कैसे स्टॉप लॉस लगाया जाता हैं ये समझना बहुत जरूरी हो जाता हैं। लेकिन मार्केट में जो नए लोग आते हैं ओ स्टॉप लॉस लगाना जरूरी नहीं समझते और बाद में बड़ा नुकसान कर बैठते हैं।
STOP LOSS क्या होता है?
शेयर मार्केट में काम करने के लिए आपने किसी भी ब्रोकर के साथ डीमेट अकाउंट ओपन किया हो वो सभी ब्रोकर ट्रेडर्स को ट्रेडिंग करते समय ‘STOP LOSS’ ये सुविधा प्रदान करते हैं। इसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता। अपने ट्रेडिंग platform पे STOP LOSS एक ऐसा विकल्प होता हैं जो ट्रेडर को होने वाले बड़े लॉस को उसने सुनिश्चित किए गए लिमिट में कंट्रोल करता हैं। और अधिक मात्रा में होने वाले नुकसान से बचाता हैं। मतलब हम ट्रेड लेते समय अपने अपने केपिटल के हिसाब से स्टॉप लॉस सेट कर सकते हैं। इस सारी प्रक्रिया को STOP LOSS कहते हैं।

STOP LOSS क्या होता हैं ये अब हम उदाहरण के साथ समझेंगे।
मान लीजिए की आपने किसी कंपनी के शेयर को 100 Rs. में खरीदा और आप 20 Rs. प्रॉफिट लेने के लिए मार्केट में पोजीशन बनाए बैठे हैं। इसके लिए उस शेयर का प्राइस 100 Rs. से 120 Rs. जाना होगा तो आपको 20 Rs. का प्रॉफिट होगा। ये बात सब के समझ में आ गई होगी। पर यदि आपने जो सोचा था कि उस शेयर का प्राइस बढ़ेगा इसके उल्टा हो जाता हैं..और शेयर का प्राइस गिरके 75 Rs. हो जाता हैं। तो ऐसे हालात में उस शेयर का प्राइस आपके एंट्री प्राइस से 25 Rs. अपोजिट साइड जाएगा। तो आपको 25Rs. LOSS हो जायेगा। लेकिन हम ऐसी स्थिति में STOP LOSS का सही उपयोग करेंगे तो होने वाले बड़े लॉस को हम कम कर सकते हैं और होने वाले भारी नुकसान से बच सकते हैं। इस कारण ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS का उपयोग करके हम हमारे कैपिटल को होने वाले जादा से जादा नुकसान से सुरक्षित कर सकते हैं।
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ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए ?
अक्सर शेयर मार्केट में जो नए लोग आते हैं उन्हें एक तो स्टॉप लॉस क्या होता हैं ? ये पता नही होता..और जिन्हे पता भी हो तो ओ ट्रेड लेते समय स्टॉप लॉस लगाना जरूरी नहीं समझते। इसका परीणाम स्वरूप वो अपना पूरा CAPITAL ( पैसा ) शेयर मार्केट में खत्म कर बैठते हैं।
शेयर मार्केट में काम करते हुए स्टॉप लॉस कितना जरूरी है ये ओ लोग अच्छे से समझेंगे की..जिनका पूरा कैपिटल STOP LOSS ना लगाने के कारण खतम हो गया होगा।
अब हम समझते हैं की STOP LOSS कैसे लगाए.? STOP LOSS कुछ नियम और पद्धति के अनुसार लगाना सही होता हैं। आम तौर पर प्रमुख 3 प्रकार से स्टॉप लॉस लगाया जाता हैं।

- PROFIT-LOSS RATIO के अनुसार :- शेयर मार्केट में INTRADAY TRADING और SHORT TERM में काम करने वाले जादा तर Traders लोग इसी पद्धति का उपयोग करते हैं। मतलब यह है की आपको ट्रेडिंग करते समय प्रॉफिट और लॉस का फार्मूला अपने मांइड में सुनिश्चित करना होगा।जैसे की आपको हर एक ट्रेड में आपको किस RATIO में प्रॉफिट लॉस बुक करना हैं ये प्रमाण 1:1 ,1:2 ,1:3 या फिर 1:4 सुनिश्चित करना होगा। लेकिन फिर भी इसमें सबसे लोकप्रिय स्टॉप लॉस RATIO 1:1 और 1:2 ये माना जाता हैं। क्यूं कि प्रॉफिट बुकिंग के संभावना इसमें सबसे जादा होती हैं VOLATILE MARKET में आपने सुनिश्चित किया हुआ टारगेट आपको आसानी से मिल सकता हैं। पर 1:3 और 1:4 इस RATIO में प्रॉफिट होने की संभावना थोड़ी कम हो जाती हैं। इसमें हर बार प्रॉफिट मिलना मुश्किल हो जाता हैं। क्यू की 1:3 और 1:4 RATIO में प्रॉफिट बुक होने के लिए मार्केट में बड़ी MOVE या रैली आनी जरूरी होती हैं जो मार्केट में कभी कभी ही आती हैं। तो हो सकता की आपको इस RATIO में आपको बार बार लॉस बुक करना पड़ सकता हैं। लेकिन जब प्रॉफिट होगा तो वो भी बहुत बड़ा हो सकता हैं।इस लिए शेयर मार्केट में 1:1 और 1:2 RATIO के हिसाब से STOP LOSS लगाना सबसे सही तरीका माना जाता हैं । इसका कारण हैं की जब भी आपको लॉस होगा तो वो कम से कम मात्रा में होता हैं। इससेे आपका केपिटल बचाता हैं और आपका कैपिटल सुरक्षित रहने के कारण मार्केट में टिके रहे सकते हैं और आपकी प्रॉफिट की संभावना बढ़ती है।
- SUPPORT & RASISTANCE के अनुसार:- इस पद्धति में SUPPORT-RASSISTANCE की लेवल के अनुसार स्टॉप लॉस लगाया जाता हैं। SL लगाने का ये भी एक आसान सा तरीका हैं । इंट्राडे, शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म में काम करने वाले सभी ट्रेडर्स इस पद्धति का उपयोग कर सकते हैं। यहां पर कोई calculation करणे की जरुरत नहीं होती। आप सिर्फ टेक्निकल चार्ट में सपोर्ट और रेसिस्टेंस लेवल देख कर SL लगा सकते हैं। लेकिन इस तरीके में एक समस्या होती हैं की सपोर्ट और रेसिस्टेंस की लेवल अनुसार SL बड़ा निकल सकता हैं। जिनका कैपिटल स्मॉल हैं वो ट्रेडर्स को इस तरीके से SL लगायेंगे तो उन्हे बड़ी मात्रा में लॉस सहना होगा। विषेश रूप से ये प्रणाली शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म में काम करने वाले पोजिशनल ट्रेडर्स के लिए जादा उपयुक्त होती हैं।
- CHART & CANDEL PATTERN के अनुसार:- आपको अगर टेक्निकल चार्ट रीडिंग का अच्छा knowledge हैं तो आप चार्ट पर CANDEL STICK या HEIKIN ASHI कैंडल पेटर्न को सेट करके SL लगा सकते हैं। मतलब आपको जहा से ट्रेड पोजीशन लेनी हैं उसके पहेली आने वाली उससे बड़ी कैंडल का HIGH- LOW मार्क करना होगा..मान लीजिए आपने चार्ट पर जो टाइम फ्रेम सेट किया हैं उस टाइम फ्रेम मे जिस कैंडल से आपको BUY की पोजशन लेनी हैं तो उस कैंडल से पहले आने वाली उससे बड़ी कैंडल का LOW मार्क करके LOW से नीचे की साइड कुछ पॉइंट्स का बफर (अंतर) छोड़ कर स्टॉप लॉस सेट करना होगा।मगर SELL पोजीशन लेने के लिए आपको इस से उल्टा करना होगा।आपने चार्ट पर जो टाइम फ्रेम सेट किया हैं उस टाइम फ्रेम मे जिस कैंडल से आपको SELL की पोजीशन लेनी हैं तो उस कैंडल से पहले आने वाली उससे बड़ी कैंडल का HIGH को मार्क करके HIGH से उपर की साइड कुछ पॉइंट्स बफर (अंतर) छोड़ कर स्टॉप लॉस सेट करना होगा।लेकिन एक जरूरी बात आप चार्ट पर जितना बड़ा टाइम फ्रेम सेट करोगे उतना ही आपका SL और TARGET बड़ा होगा। इस लिए बेहतर हैं की अगर आपका केपिटल स्मॉल हैं तो छोटे टाइम फ्रेम में ही काम करे।
STOP LOSS के फायदे और नुकसान क्या हैं ?
अगर आप एक सकारात्मक सोच रखेंगे तो आप को ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस एक BEST FRIEND लग सकता हैं। मगर जो लोग मार्केट में नए नए आते है उन्हे लगता हैं की स्टॉप लॉस से नुकसान होता हैं इस लिए वो स्टॉप लगाना उचित नहीं समझते और बड़ी गलती कर बैठते हैं। चलो हम सबसे पहले STOP LOSS के फायदे क्या हैं ये समझते हैं।
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STOP LOSS के क्या फायदे हैं?
स्टॉप लॉस कितना महत्वपूर्ण हैं ये सिर्फ वहीं लोग अच्छी तरह जानते हैं की जिन्होंने स्टॉप लॉस ना लगाने से अपना पूरा CAPTITAL अपने आंखों के सामने खतम होते देख लिया और अपना सारा कैपिटल लॉस कर दिया। अगर आप एक सकारात्मक विचार से सोचेंगे तो स्टॉप लॉस हमेशा हमारे केपिटल को होने वाले जादा नुकसान से सुरक्षित राखता हैं..इस लिए हम TRADERS के लिए स्टॉप लॉस एक अच्छे FRIEND की तरह काम करता हैं।

क्यू की कई बार ऐसा होता हैं की..आपकी कोई मार्केट में पोजिशन होती हैं और मार्केट के संदर्भ में कोई POSITIVE या NIGETIVE न्यूज आती हैं तो अगर मार्केट आपके प्रिडिक्शन के खिलाफ़ जाता हैं और उस स्थिति में आपने स्टॉप लॉस ना लगाया हो तो आप को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता हैं। ऐसे नुकसान से बचने हेतु ही स्टॉप लॉस का उपयोग करना होता हैं। ताकि हम एक बड़े नुकसान से बचे और एक सीमित मात्रा में लॉस बुक करके आप उस पोजिशन से बाहर निकल जाए। और आपका केपिटल सेफ रहे।
क्यू की आपका केपिटल अगर बचेगा तो ही आप अगला ट्रेड कर सकते हो। मतलब आपने स्टॉप लॉस नही लगाया तो ये कहना मुुश्किल हैं की शायद मार्केट आपको पिछले लॉस को रिकवर करने का मोका देगा भी या नहीं । इस लिए बड़े नुकसान से बचने के लिए STOP LOSS लगाके ट्रेड करना हमारे लिए सबसे फायदेमंद और सर्वोत्तम उपाय हैं।
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STOP LOSS के नुकसान क्या हैं ?
वैसे देखा जाए तो स्टॉप लॉस के साथ ट्रेडिंग होगी तो कैपिटल हमेशा सुरक्षित रहेगा और आपका कैपिटल बचाता हैं तो ही आप मार्केट में टिके रहेंगे। लेकिन जो लोग मार्केट में नए नए आए हैं और उन्हें ट्रेडिंग का कोई विशेष अनुभव नहीं हैं वो STOP LOSS लगाकर ट्रेड करना उचित नहीं समझते क्यू की मार्केट से हम प्रॉफिट ही करने आए हैं ये सोच होती हैं नए लोगो की।
लेकिन हा कभी कभी एक निगेटिव पॉइंट भी देखने में आता हैं। जो हम सब ने अपने ट्रेडिंग journey मे face किया होगा। एखादबार ऐसा होता हैं की हमारी कोई पोजिशन चल रही होती हैं । हमने सही सही स्टॉप लॉस भी सेट किया होता हैं तब मार्केट में ऐसी मूवमेंट आती हैं की हमारा स्टॉप लॉस हीट हो जाता हैं और हमे लॉस देकर मार्केट उस पोजिशन से बाहर निकाल देता हैं। उसके बाद फिर से कुछ ही देर में मार्केट जहा हमने प्रॉफिट टारगेट लगाया था उससे आगे निकल जाता हैं। इस स्थिति में हमे बहुत बुरा लगता हैं और हम ये सोचते हैं की काश मैंने स्टॉप लॉस ना लगाया होता तो अब मेरा प्रॉफिट बुक हुआ होता। इस कारण कुछ लोग SL नहीं लगाते।
मगर ये बहुत ही गलत सोच हैं क्यू की ऐसी स्थिति बार बार नहीं आती एखाद बार ऐसा हो सकता हैं लेकिन हमेशा स्टॉप लॉस लगाकर ट्रेडिंग होगी तो SL हमें होने वाले बड़े लॉस से बार बार बचाते रहेगा। मार्केट ऐसे ही चलता हैं..स्टॉप लॉस के बिना ट्रेडिंग करना मतलब अपने केपिटल को खुद खतम करने की संभावना को बढ़ावा देना ये हैं।
आपने इस लेख से क्या सीखा..?
इस तरह से हमने STOP LOSS के बारे में सविस्तर रूप में जानकारी देने की कोशिश की हैं। हम ये मान के चलते हैं की आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी का आपके ट्रेडिंग जर्नी में बेहद उपयोग होगा। और हमे आशा हैं की ये लेख आपको अच्छा और जानकारी पुर्ण लगा होगा..आपको हमे कोई सुझाव देना हो तो कृपया कमेंट्स में लिखिए।
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